हल्दी (Curcuma Longa)
यह कई रोगों की दवा है.हल्दी के फायदे – बहुमूत्र(Diabetes Insipidus), स्वप्नदोष (Night Fall), पीलिया (Jaundice) का यह आयुर्वेदिक रामबाण इलाज है.
रोग- बहुमूत्र(Diabetes Insipidus), स्वप्नदोष (Night Fall), पीलिया (Jaundice), चोट
दवा- 4 ग्राम दूध के साथ। चूने में मिलाकर गर्म करके लगाने पर चोट, मोच, हड्डी (Bone) के रोग को दूर करता है ।
हरिद्रा शंख महायोग – (गठिया, अस्थि रोग, जोड़ो के दर्द(Joint Pain), कमरदर्द, किडनी और लीवर के विकार(Kidney and Liver Problem), डायबिटीज, शरीर के दर्द(Body Pain) को दूर करने वाला महा चमत्कार)
शंख को तपा-तपा कर नींबू के रस में बुझाते रहने से यह कई बार में टुकड़ों में टूटा जाता है। फिर एलोवेरा के गुदे के साथ भस्म बनाकर हस्तीशुंडी के पंचांग को पीसकर और हल्दी के गांठों को चार गुणा पानी डालकर तीनों को मिलाएं और 15 दिन धुप में ढक्कन लगाकर छोड़ दें। यह ,मिट्टी की हाड़ी में करना चाहिए। 15 दिन के बाद केवल हल्दी निकाल कर सुखा लें और इसे पीसकर रख लें । इसे 4 ग्राम की मात्रा में प्रातःकाल गर्म दूध के साथ लेने पर कैसा भी गठिया, जोड़ो का दर्द(Joint Pain) , नसों का दर्द(Nerve Problem) , हड्डी की दुर्बलता (Bone Problem), हड्डी टूटने( Bone Fracture) पर यदि अच्छी तरह बैठा हो, तो जुड़ने में तेज गति 21 दिन में गठिया या जोड़ो के दर्द से अपाहिज हुआ, या डायबिटीज के कारण सुस्त पड़ा व्यक्ति भी चलने दौड़ने लगता है। हड्डी के सभी रोगों को दूर करने वाली चमत्कारिक दवा , यह पेट के रोग किडनी , प्लीहा(Spleen), बहुमूत्र(Urine Problem) और स्वप्नदोष(Night Fall) की भी जादुई दवा है।
योग मात्रा – भस्म – 1, हल्दी – 10, हस्तिशुण्ड – 20
हस्तिशुण्ड – Heliotropium Indicum
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विशान्त पटेल (धर्मालय सचिव): (0) 8090147878