
शरीर के लक्षण से अशुभ ग्रहों की पहचान(Identification of ominous planets by the body’s symptoms)
सूर्य(Sun) – शरीर(Body) के अंग अकड़ जाए , हिलने-डुलने में कठिनाई हो, हर समय मुंह(Mouth) में थूक आता रहे, घर में लाल गाय या भूरी भैंस हो तो वह खो जाए। ऐसा हो तो सूर्य अशुभ है।
उपाय(Solution) – कोई भी कार्य आरम्भ करने से पहले मुंह में मीठा डालकर कुछ घूँट पानी((Water) पी लें।
चन्द्र(Moon) – अनुभव करने की शक्ति(Power) क्षीण हो जाए, कुआं – तालाब सुख जाये या हैण्ड पंप पानी देना बंद कर दें, घर में दुधारू पशु या घोडा हो तो वह मर जाए। ये चन्द्र की अशुभता के लक्षण हैं।
उपाय – बड़ों के चरण स्पर्श करके आशीर्वाद प्राप्त करें।
मंगल(Mars) – शक्ति –सामर्थ्य होते हुए भी सन्तान न हो, हो तो जल्दी मर जाए, न मरे तो काणी हो जाये, शरीर के जोड़ काम न करें, रक्त की कमी हो जाये, क्रोध अधिक आये, लड़ाई – झगड़े हों तो मंगल अशुभ हैं।
उपाय – आँखों में सफ़ेद सुरमा लगायें।
बुध(Mercury) – दांत टूट जाएँ, सूंघने कीई शक्ति जाती रहे, सम्भोग करने की शक्ति न रहे तो बुध अशुभ हैं।
उपाय- दांतों(Teeth) को साफ़ रखें , नाक(Nose) छिदवायें।
गुरु – टकला हो जाए, सोना खो जाए, शिक्षा रुक जाये, निर्दोष होते हुए भी बदनामी फैलें, झूठे अभियोग , दोष लगे , गले में माला पहने की आदत हो जाए तो गुरु अशुभ हैं।
उपाय- ललाट या ललाट से ठीक ऊपर पगड़ी पर पीला तिलक लगायें या केसर – तिलक लगाये । नाक सूखी रखें। कोई भी कार्य आरम्भ करने से पहले नाक सक कर लें।
शुक्र(Venus) – त्वचा – विकार और स्वप्नदोष(Nightfall) शुक्र की अशुभता का संकेत हैं। इससे हाथ का अंगूठा निष्क्रिय/कमजोर हो जाता है।
उपाय – साफ़ – सुथरे कपड़े सलीके से पहले ।
शनि(Saturn) – भौंहों और पलकों के बाल झड़ जाए, भैंस मर जाए , आग लग जाए, मकान गिर पड़े या क्षतिग्रस्त हो जाये तो शनि अशुभ हैं ।
उपाय- लोहे का दान करें, कीकर की दातून करें। 43 दिन तक कौओ को रोटी दें।
राहु – काला कुत्ता मर जाए, हाथों के नाखून झड़ जाएँ, दिमाग काम न करें शत्रुओं की संख्या बढ़ जाएँ तो राहु अशुभ होने का संकेत हैं।
उपाय – सिर पर चोटी रखें , संयुक्त परिवार में रहें , ससुराल वालों से अच्छे सम्बन्ध बनाएं रहें।
केतु – पैरों ने नाखून झड़ जाएँ , सन्तान बीमार रहें , मूत्र – विकार तथा जोड़ों में दर्द हो तो केतु अशुभ हैं।
उपाय – कुत्ते पाले, कान छिदवायें ।